महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा पर फोकस: एडीएम ने नंगे पैर किया निरीक्षण, दिए सख्त निर्देश!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर मंदिर प्रशासन ने एक बड़ी और सराहनीय पहल की है। शुक्रवार को मंदिर समिति के प्रशासक एवं एडीएम प्रथम कौशिक ने दोपहर में नंगे पैर मंदिर परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की हकीकत को परखा। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में छाया, मेटिंग और शीतल जल की कमी पर तुरंत एक्शन लेते हुए सुधार के स्पष्ट निर्देश दिए।
गर्मी के मौसम में प्रतिदिन हजारों की संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं की पैर जलने की समस्या और पेयजल की अनुपलब्धता को लेकर दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के बाद यह निरीक्षण किया गया। रिपोर्ट में श्रद्धालुओं के संघर्ष और मानसरोवर क्षेत्र में पानी की कमी को प्रमुखता से उजागर किया गया था, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
प्रशासक ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि मंदिर परिसर के अंदर और बाहर जहां-जहां धूप से बचाव नहीं है, वहां छांव के लिए टेंट, मैटिंग बिछाने और शीतल जल के अतिरिक्त काउंटर लगाने की व्यवस्था की जाए। खास बात यह रही कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने जूता स्टैंड से मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार तक की दूरी खुद तय कर देखी और महसूस किया कि भक्तों को किस तरह धूप और गर्म जमीन पर चलना पड़ता है।
उन्होंने मंदिर के बाहर स्थित दुकानदारों को सख्त हिदायत दी कि वे श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल अपनी दुकानों पर न रखें, जिससे दर्शनार्थियों को असुविधा होती है। इसके लिए मंदिर समिति की ओर से जूता स्टैंड से मंदिर द्वार तक मैटिंग और छाया की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
गर्मियों में अधिक भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में कई स्तरों पर सुविधाओं में इजाफा किया गया है। मानसरोवर, श्री बड़ा गणेश से चार नंबर गेट तक और जूता स्टैंड से मंदिर के अन्य द्वारों तक मैटिंग बिछाई गई है। इसके साथ ही शीतल पेयजल के विशेष काउंटर भी स्थापित किए गए हैं, ताकि भक्तों को गर्मी में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
श्रद्धालुओं को सही जानकारी और सुविधा के लिए मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सूचना बोर्ड भी लगाए गए हैं, जिनमें यह स्पष्ट किया गया है कि कोई भी श्रद्धालु अनधिकृत व्यक्ति से दान, भस्मार्ती या शीघ्र दर्शन के लिए संपर्क न करें, और किसी भी सेवा के लिए निर्धारित शुल्क से अधिक राशि न दें। सभी भुगतान सरकारी काउंटर पर ही करें।
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 18002331008 भी जारी किया है, जिस पर कॉल कर कोई भी व्यक्ति मंदिर से जुड़ी सेवाओं और व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त कर सकता है।